કાલ્પનિક દુનિયામાંથી વસ્તવિકતાની ધરતી પર રૂમઝુમ ચાલે ચાલતી મારી કવિતા નવોઢા બની શરમાય છે....
नजर नजर आयें सांसे छीन के डगर डगर मारें आंस लुंट केमौत खटखटाये दरवाजा दुल्हन लगे वो..सांसो पे लगादे ताला मोरफीन बने बो.. --रेखा शुक्ल
नजर नजर आयें सांसे छीन के
જવાબ આપોકાઢી નાખોडगर डगर मारें आंस लुंट के
मौत खटखटाये दरवाजा दुल्हन लगे वो..
सांसो पे लगादे ताला मोरफीन बने बो..
--रेखा शुक्ल