कभी रोये मुस्कुराके कभी मुस्कुराके रोये
हमें वास्ता तडपने से हमें काम आंसुओंसे
तुझे याद करके रोये या तुझे भुला के रोये
वो जां आजमा रहे थे, मेरी बेकरारीओंका
मेरे साथ साथ वो भी मुझे आजमा के रोये
-----------रेखा शुक्ला
सुलगे तन्हाई युं थंडी आग लगाई
कांपे अंगडाई जादु चिंगारी जलाई
---रेखा शुक्ला