सोना सिर्फ सोना है जो मिट्टी मे मिल जाता है
सोना तो मुजे भी हैं पर तुज मे मिल जाना है !
एक पथ्थर हैं जो एक बार मंदिर जाता है और भगवान बन जाता है
एक मन मे बसाली लो मुरत न गई मंदिर और इन्सान बन जाता है
वक्त बता देता है अपनो का साथ ..सुई के नोंक पे चल्ता है साथ
वक्त को मुठ्ठी मे ले के आ जाओ साथ, अपनी ही हुं चललो साथ
---रेखा शुक्ला