माया जाल फैल गई तो,तुम्हैं लेके चली हुं !
---रेखा शुक्ला
तारीफ के हैं रास्ते यहां तन्हाईंयों के वासते
फांसलों के वासते यहां प्यार हैं के रास्ते !!
---रेखा शुक्ला
मिले शरीफों के बंदे
हैं दुनिया का मेला
बदमाश फरिश्ते !!
---रेखा शुक्ला
बोझ सांसो का बढ गया है
गुस्ताखी करे माफ !!
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