બુધવાર, 23 ઑક્ટોબર, 2013

BEKRARA DIL TU GAYE JA....



जापान में रजा हैं .....मालुम हैं?
एक जगह पे जाके चिल्लानेकी !!
जिसे चाहो जीतनी चाहो गाली दो..हां
कोइ परवा नहीं करता ना तो मना करता
फ्रश्ट्रेशन निकल गया हां और चल दिया
आज की महेंधाई बढे कु्छ ना कहे....?
बेंटीयां लडकीयां रेप हुये हाय निकले ?
पर चुप रहे ??? मार दि जाये और चुप रहे
मा-बाप होना भारी हैं या बच्चे बनना..???
दोनो तरफ आग ही आग है...जिसे जिंदगी कहे..?
चौराहे पे कबुतरखाना मैं फडफडाता चिल्लाता इन्सान अब
और जंगली जानवर पालतु बने और खिंचि जाये तसवीरे
फ्रीडम ओफ स्पीच की जगह क्या क्या पिंजरे मे जाये..??
--रेखा शुक्ला

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