मत पुछ के क्या हाल है मेरा तेरे आगे
तु देख के क्या रंग है तेरा मेरे आगे !
----गालिब
समंदर पीरका अंदर है लेकिन तो नहीं सकता
ये आंसु प्यार का मोती है इसको खो नहीं सकता
मेरी चाहत को दुल्हन तु बना लेना मगर सुनले
जो मेरा हो नही पाया वो तेरा हो नहीं सकता !!
---डो.कुमार विश्वास
की भ्रमर कोई कुमुदिनी पर मचल बैठा तो हंगामा
हमारे दिल में कोई ख्वाब पल बैठा तो हंगामा
अभी तक डुब कर सुनते थे सब किस्सा महोबतका
मैं किस्से को हकीकत मे बदल बैठा तो हंगामा
---डो.कुमार विश्वास
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