हा बिना शक्कर दी चाय झुकके...
और तेरा मुस्कुराना...
शादी के दिन तेरी बहन ने पिलाया नमकीनसोल्टी पानी..
पिया केहके हस्ना
और पिया मत पीओ केह्के एक ही घुंट में पानी पी जाना
...मैं दंग था...तेरी हरकतो का सवाल था
इत्ना जल्दी प्यार का होना...
आज भी अल्मारी मे पडा है स्वेटर ...मुंह मोडके
और दिल मे पडा तेरा मुस्कुराना ...याद आया !!
उन पन्नो के बिच एक तस्वीर-और सुका गुलाब
और दो मुवी टिकीट साथ बस की टीकट ...चल
पडते कदम का मंदिर मे ठहरना...याद आया !!
--रेखा शुक्ला
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