શનિવાર, 17 ઑગસ્ટ, 2013

मोती अश्कोके---नजरें धुंधली...शब्द हैं !!

मोती अश्कोके नजरें शब्द है; 
     दुनिया छोडके न जाते शब्द हैं !
खंजर मंजर पागल पायल हैं; 
     कब्र लाश छोडके चले शब्द हैं !
राही हैं सांसो की दोर शब्द है; 
     मुसाफिर बन चल पदे शब्द हैं!
चुपके से दफना जाते शब्द हैं; 
    शब्द का कफन शब्दकी लाश हैं
कोई कहे लब्झ कोई शब्द हैं; 
     गीत की प्यासी नजर शब्द हैं !
आखरी आशिष रूए शब्द हैं; 
     खाक मे मिले खाक शब्द हैं !!
प्यारका प्यासा दिप शब्द हैं; 
     इश्क ना सनम वफा शब्द हैं !
करार सजदा नादान शब्द हैं; 
    गेहरी निंदमे प्यास एक शब्द हैं
बिखरी झुल्फोंकी हस्ती शब्द हैं; 
     हसती नशीली मस्ती शब्द हैं !
----रेखा शुक्ला

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